*सऊदी में गर्मी का भीषण कहर,अब तक छह हज यात्रियों की मौत,लोगों को छाता लेकर चलने की सलाह*
*नई दिल्ली*
*ब्यूरो रिपोर्ट*
सऊदी अधिकारियों की चेतावनी के बीच इस साल हज के दौरान पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मक्का में भीषण गर्मी के कारण अब तक छह हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सभी छह मृतक जॉर्डन के नागरिक हैं।
उन्होंने कहा कि वह जेद्दा में सऊदी अधिकारियों के साथ दफन प्रक्रियाओं और उनके शवों को वापस जॉर्डन स्थानांतरित करने के संबंध में समन्वय कर रहे हैं। मौतों की खबर तब आई जब तीर्थयात्री शनिवार को माउंट अराफात पर इकट्ठा हुए थे, जो हज यात्रा का मुख्य कार्यक्रम है।
एक मृतक की भतीजी ने CNN अरबी को बताया कि उसकी चाची की माउंट अराफात पर मौत हो गई थी। बाद में उन्हें सऊदी अरब में दफनाया गया था। सऊदी जनरल अथॉरिटी फॉर स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक इस साल 18 लाख से ज्यादा लोग हज में हिस्सा ले रहे हैं। हज दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है। वहीं सऊदी अरब में होने वाला यह सबसे बड़ा आयोजन है। यह रमजान खत्म होने के दो महीने और 10 दिन बाद इस्लामिक महीने जुल हिज्जा के दौरान होता है।
*लोगों को छाता लेने की सलाह*
ग्रेगोरियन कैलेंडर से इस्लामिक कैलेंडर में अंतर है, जिस कारण हज का समय हर साल बदल जाता है। इस साल सऊदी अरब में पांच दिवसीय तीर्थयात्रा के दौरान अत्यधिक गर्मी होने की उम्मीद है। मक्का में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। राज्य की समाचार एजेंसी SPA के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल-अब्दुलअली ने कहा, ‘हज अधिकारी लोगों को छाता ले जाने और भीषण गर्मी में हाइड्रेट होने के लिए कह रहे हैं।
*लोगों की मदद के लिए टीम तैनात*
सऊदी सेना ने विशेष रूप से
हीटस्ट्रोक के लिए चिकित्सा इकाइयों और 30 रैपिड रिस्पॉन्स टीम के साथ 1600 से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया है। अन्य 5000 स्वास्थ्य और प्राथमिक चिकित्सा स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। जॉर्डन ने पहले कहा था कि इस साल उसके आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल में 4000 से ज्यादा तीर्थयात्री थे। हालांकि विदेश मंत्रालय ने कहा कि मरने वाले छह लोग आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं थे, जिसका मतलब है कि उनके पास वैध हज लाइसेंस नहीं था। हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है।

Author: Em Tv Live



