*साहिबगंज में 10 वीं एवं 12 वीं के छात्र-छात्राओं को पदाधिकारियों द्वारा दिया जाएगा मागदर्शन*
*छात्र छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारी करेंगे कैरियर काउन्सिलिंग*
*साहिबगंज*
*ब्यूरो रिपोर्ट*
समाहरणालय सभागार में उपायुक्त हेमंत सती की अध्यक्षता में सोमवार को मासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। मौके पर उपायुक्त ने बताया कि साहेबगंज जिला का विगत कुछ वर्षों से कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं का वार्षिक परीक्षाफल संतोषजनक नहीं आया है। वर्ष 2023-24 में 10 वीं में जिला का स्थान 23 वां एवं 12 वीं में भी विभिन्न संकायों में 20 वां स्थान या उससे नीचले स्थान पर है।
उपायुक्त ने बताया कि परीक्षा फल अच्छा हो इसके लिए प्रोजेक्ट समीक्षा अभियान चलाया जाएगा। बताया कि प्रत्येक विद्यालयों से विभिन्न पदाधिकारियों को टैग किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत् जिला एवं प्रखण्ड स्तरीय सभी पदाधिकारियों को संबंधित विद्यालय के संरक्षक के रूप में नामित किया गया हैं।
छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन हेतु उन्हें विभिन्न पदाधिकारियों के द्वारा समय-समय पर मागदर्शन एवं बेहतर भविष्य हेतु कैरियर काउन्सिलिंग किया जायेगा। सभी संलग्न पदाधिकारी अपने दैनिक कार्यों से समय निकालकर समय-समय पर टैग विद्यालयों में प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों का अनुसमर्थन करेगें एवं छात्र–छात्राओं को मार्गदर्शन करेंगें। पदाधिकारी अपने अनुभवों को छात्र-छात्राओं से साझा करेंगे ताकि छात्रो में एक बेहतर भविष्य के बारे में समझ उत्पन्न हो।
उन्होंने बताया कि आदिम जनजाति मशरूम उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत साहिबगंज जिला के 5 आदिम जनजाति बहुल प्रखण्ड (आकांक्षी प्रखण्ड मंडरों, बोरियो, बरहेट, पतना तथा तालझारी) के कुल 10 गाँवों में 100 आदिम जनजाति के युवक/युवतियों का चयन किया गया है, जिनको मशरूम उगाने तथा उससे जुड़े उत्पादों यथा बिस्किट, आचार आदि के निर्माण की multi-stage ट्रैनिंग इस माह शुरू की जाएगी तथा उन्हे FPO के माध्यम से बाजार में उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके प्रथम चरण की शुरुआत RSETI साहेबगंज में 5 जुलाई से सभी प्रतिभागियों के 10-दिवसीय प्रशिक्षण से की जाएगी।
जिसके बाद चयनित एजेंसी के माध्यम से उनसे 2 cycle oyster मशरूम उगवाया जाएगा जो एजेंसी द्वारा खरीद की जाएगी जिससे प्रशिक्षणाथियों को ट्रैनिंग के दौरान भी आर्थिक लाभ मिल सके । यह योजना कृषि विभाग द्वारा समन्वयित की जाएगी तथा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा इसमे तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि सोलर मिनी माइक्रो ग्रेड ग्रामीण विद्युतीकरण ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली विभाग द्वारा विद्युतीकरण करना संभव नहीं हो पाया है वहां सोलर के माध्यम से विद्युतीकरण करना सुनिश्चित किया जाएगा। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के माध्यम से ग्रामीण विकास विभाग के उक्त गांव की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
सुरक्षा की दृष्टिकोण से एवं महत्वपूर्ण स्थान चौक चौराहों पर सोलर हाई मास्क लाइट के माध्यम से बिजली उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। जिला ग्रामीण विकास विभाग में उक्त स्थानों की सूची जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। मौके पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी जयवर्धन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमार हर्ष एवं प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।