*सच्चे मन से भगवान की भक्ति की जाए तो भगवान खुद अपने भक्तों से मिलने पहुंच जाते है – पूजा ब्रिज किशोरी जी*
*नर्मदेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा पंडाल में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब*
*रामगढ़(दुमका)*
*रिपोर्ट – बजरंग अग्रवाल*
रामगढ़ प्रखंड के लखनपुर गांव स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्री धाम वृंदावन से पधारी कथावाचक परम पूज्य पूजा ब्रिज किशोरी जी ने कहा कि भगवान भाव के भूखे हैं। इसलिए दुर्योधन के घर 56 भोग का त्याग कर विदुर के घर केले के छिलके का भोग लगाया। उन्होंने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि अगर ध्रुव 5 वर्ष की उम्र में भगवान को पा सकते हैं तो फिर हम कैसे पीछे रह सकते हैं।
अगर सच्चे मन से भगवान की भक्ति की जाए तो भगवान खुद अपने भक्तों से मिलने पहुंच जाते है। कथा के दौरान विदुर प्रसंग में भगवान श्री कृष्ण के प्रेम की व्याकुलता के बारे में उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्णा विदुर जी की कुटिया में भोजन करने गए और वहां केले के छिलकों का भोग स्वीकार किया। इससे पहले वह दुर्योधन के महल में छप्पन भोग का त्याग कर आए थे| भगवान तो प्रेम के भूखे होते है।
विदुर विदुरानी ने भगवान को प्रेम से भोजन कराया तो उन्होंने केले के छिलके को भी प्रेम से खा लिया। कथा के दौरान कथा वाचिका ने श्रद्धालुओं के समक्ष सृष्टि वर्णन के प्रसंग को भी विस्तार से सुनाया| इस दौरान शिव विवाह की मनमोहक झांकी भी प्रस्तुत की गई। बीच-बीच में एक से बढ़कर एक भक्ति संगीत पर श्रोता झूमते दिखाई दिए। कथा के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा|

Author: Em Tv Live



