*भूईयां घटवार घटवाल संघ के बैनर तले रामगढ़ के मयूरनाथ में लगातार दूसरे साल सामूहिक करमा पर्व का आयोजन*
*आयोजित सामूहिक करमा पर्व में गांव से पहुंचे लोगों में दिखा जबरदस्त उत्साह*
*रामगढ़(दुमका)*
*रामगढ़ ब्यूरो की रिपोर्ट*
भूईयां घटवार घटवाल संघ के बैनर तले बुधवार को रामगढ़ प्रखंड के मयूरनाथ गांव में लगातार दूसरे साल सामूहिक करमा पर्व का आयोजन किया गया| सामूहिक करमा पर्व में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर कुमार मंडल एवं जिप सदस्य अनीता देवी उपस्थित थे| जिप उपाध्यक्ष सुधीर कुमार मंडल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी संस्कृति एवं पहचान को बचाए रखने के लिए अपना पर्व मनाना बहुत ही जरूरी है| आज सरकारी स्तर पर भी संस्कृति की रक्षा एवं परंपरा को कायम रखने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि गांव की पुरानी परंपरा मौजूद रहे| उन्होंने कहा कि रामगढ़ प्रखंड विकास की ओर अग्रसर हो इसके लिए सबों को मिलकर सहयोग करने की जरूरत है| जिप सदस्य अनीता देवी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समुदाय द्वारा रामगढ़ प्रखंड में लगातार दूसरी बार सामूहिक रूप से करमा पर्व का आयोजन किया गया है जो निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है| उन्होंने समाज के लोगों से नशा छोड़कर अपने बच्चों को हर हाल में शिक्षित करने का अनुरोध किया| उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने परंपरा को कायम रखने के लिए इस प्रकार के आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में बढ़-चढ़ कर भाग ले| इस दौरान समाजसेवी सोमलाल मरांडी, कांजवे पंचायत के मुखिया चार्लेश बेसरा, देबीन मुर्मू, राजीव जायसवाल, दीपक अग्रवाल, विश्वनाथ राय, संजीव कुमार राय, सुशवंत प्रधान, मनोज सिंह मेलर ने भी उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया|
*रामगढ़ में दूसरी बार आयोजित सामूहिक करमा पर्व में गांव से पहुंचे लोगों में दिखा जबरदस्त उत्साह*
भूईयां घटवार घटवाल संघ के बैनर तले आयोजित सामूहिक करमा पर्व को लेकर बुधवार को सुबह से ही तेज धूप के बावजूद समाज के महिला, पुरुष, किशोर एवं किशोरियों के उत्साह में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं देखने को मिली| सुबह 10 बजे से ही प्रखंड के विभिन्न गांव से करमा व्रती डाली लेकर आयोजन स्थल पर पहुंचने लगी थी| कार्यकर्ताओं द्वारा सभी गांव से लाई गई डाली को लेकर बीच स्थल पर रखा जा रहा था| रामगढ़ प्रखंड के लगभग 130 गांव के भूईयां, घटवार घटवाल समाज के लोग सामूहिक करमा पर्व में पहुंचे थे| इसके अलावा दुमका से कई प्रखंड से भी सामूहिक करमा पर्व में भाग लेने समुदाय के लोग पहुंचे थे| युवाओं द्वारा करम डाल लाया गया था जिसे डाली के बीचों-बीच गाड़ा गया|
सभी करमा व्रती एवं महिलाएं लाल रंग की पाड़ वाली सफेद साड़ी एवं लाल रंग की ब्लाउज पहने हुए थी| वहीं पुरुष एवं युवक सादे रंग की धोती एवं गंजी पहने हुए थे तथा माथे पर लाल रंग की पगड़ी बांधे हुए थे जो अपने आप में एक सुंदरता बयां कर रही थी| इस दौरान करमा व्रती अपने साथ नए सूप में कई प्रकार के पकवान लेकर आई थी| अपने-अपने सूप को आगे रखकर डाली के चारों ओर गोल घेरा बनाकर बैठ गई| इसके बाद समाज के पुरोहित बुनबुनी निवासी जयलाल राय एवं शंकरपुर निवासी बासुदेव राय ने सभी करमा व्रतीयों को करमा-धरमा की कथा सुनाई| इसके बाद नाच-गान का दौर प्रारंभ हो गया| जो शाम तक चलता रहा| कई गांव के विभिन्न टोलियों द्वारा झूमर नृत्य प्रस्तुत किया गया| वहीं महिलाओं ने भी अपने टोली के साथ झूमर गान पर जमकर नृत्य किया|
आयोजन कमेटी के सदस्यों द्वारा सुंदर झूमर गान एवं नृत्य प्रस्तुत करने वाले टोली को पुरस्कृत भी किया गया| रामगढ़ प्रखंड के विभिन्न गांव से कुल 36 टोली झुमर गान एवं नाच के लिए भाग लिए थे| देर शाम गोसाई विसर्जन के साथ सामूहिक करमा पर्व का समापन किया गया|
सामूहिक करमा पर्व को सफल बनाने में जीतलाल राय, नागेन्द्र राय, हिसाबी राय, लालमोहन राय, बीरबल सिंह, अनिल राय, मंतोष राय, कंचन राय, अशोक राय, प्रेमलाल राय, रामकिशोर राय, काशीनाथ राय, गोविन्द राय, राजीव रंजन, मिथिलेश राय, चंद्रकिशोर राय, हीरा लाल राय, संजय राय, सुरेंद्र राय, सुरेश राय समेत अन्य लोग उपस्थित थे|

Author: Em Tv Live



