पीएमजीएसवाई के तहत हथियापाथर में निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का आरोप* 

*पीएमजीएसवाई के तहत हथियापाथर में निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का आरोप*

 

*ग्रामीणों ने आरईओ दुमका के संवेदक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कराया कार्य बंद, की जांच की मांग*

 

*ग्रामीणों ने लगाया घटिया व निम्न स्तरीय सामग्री का प्रयोग करने व अवैध बालू का इस्तेमाल करने का आरोप*

 

*मसलिया(दुमका)*

 

*रिपोर्ट – कुमार विक्रम*

 

मसलिया प्रखंड के हथियापाथर गांव में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल दुमका की ओर से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को निर्माण कार्य को जबरन बंद करा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है और अभियंता की अनुपस्थिति में कार्य कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने कार्य की जांच की मांग करते हुए संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है।

 

बताया गया कि ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल दुमका के संवेदक त्रिपति कंस्ट्रक्शन द्वारा आस्ताजोड़ा से हथियापाथर तक 11 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क के तहत हथियापाथर गांव के भीतर पीसीसी पथ का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, गुरुवार को विभागीय अभियंता की गैर मौजूदगी में पथ की ढलाई की जा रही थी।

 

स्थानीय ग्रामीण अजगर अंसारी, अयूब अंसारी, अरमेल सोरेन, जमशेद अंसारी, ज़र्दे राणा, रफीक अंसारी, एजाज अंसारी और यूसुफ अंसारी समेत अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण में उपयोग किए जा रहे बालू और चिप्स की गुणवत्ता बेहद खराब है। साथ ही, बालू की आपूर्ति नूनबिल नदी से अवैध खनन कर की जा रही है, जिससे पर्यावरणीय नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है।

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि निर्माण कार्य में Ultratech पोर्टलैंड सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन इसकी मात्रा और उपयोग की विधि भी संदेहास्पद है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना समुचित लेवलिंग और कॉम्पैक्शन के ही सड़क की ढलाई की जा रही है, जिससे भविष्य में सड़क जल्दी टूट सकती है।

 

ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों व प्रशासन से मांग की है कि पूरे कार्य की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, जब तक गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं होती, निर्माण कार्य पर रोक लगाई जाए।

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Author: Em Tv Live

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