*चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण हुई बारिश से खेतों में रखा धान बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान*
*मसलिया(दुमका)*
मसलिया प्रखंड क्षेत्र के खुटोजोरी पंचायत के सिगदाडंगाल गांव में चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण हुई लगातार बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। खुटोजोरी पंचायत के सिगदाडंगाल गांव के किसान छोटू रजक ने बताया कि उनके खेत में काटकर रखा गया लगभग एक बीघा धान बारिश में सड़ गया और पूरी फसल नष्ट हो गई। इसी तरह गांव के अन्य किसानों में मधु रजक का डेढ़ बीघा, अशोक रजक का दस कट्ठा, बुद्धदेव रजक का पांच कट्ठा, साधु रजक का पंद्रह कट्ठा, कृष्ण रजक का डेढ़ बीघा और रतन रजक का एक बीघा धान बारिश के पानी में डूबकर पूरी तरह खराब हो गया।
किसानों ने बताया कि कटाई के बाद धान को घर तक लाने का मौका नहीं मिला। अचानक तेज हवाओं और लगातार वर्षा के कारण खेतों में रखा धान सड़ गया। स्थिति यह है कि अब न तो खाने लायक धान बचा है और न ही पशुओं के लिए बिचाली। किसानों ने कहा कि धान के साथ सालभर का चारा भी खत्म हो गया, जिससे पशुपालन पर संकट आ गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि सभी किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराया है और अब वे प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते सरकारी सर्वे और सहायता नहीं मिली तो आने वाले मौसम में खेती करना मुश्किल हो जाएगा। किसान समुदाय ने सरकार से शीघ्र राहत राशि उपलब्ध कराने की अपील की है ताकि वे पुनः खेती के कार्य में जुट सकें।



