*आईआईटी रुड़की और जेएनयू नई दिल्ली द्वारा हितधारकों की भागीदारी एवं सह डिजाइनिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन*
*दुमका*
*ब्यूरो रिपोर्ट*
बीते बुधवार को जिला परिषद, सभागार में हितधारकों की भागीदारी एवं सह डिजाइनिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन आईआईटी रुड़की और जेएनयू नई दिल्ली के द्वारा किया गया। जिसका संचालन प्रोफेसर सोना झरिया मिंज एवं डॉ हर्षित लकड़ा द्वारा किया गया।
कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि दुमका जिला परिषद,अध्यक्षा जॉयस बेसरा एवं बतौर विशिष्ट अतिथि अभिजित सिन्हा,डीडीसी शामिल हुए। कार्यशाला का उद्घाटन पर्यावरण से प्रेरित होकर पौधों में पानी डालकर किया गया| जिसमें लहांती एनजीओ की सचिव बिटिया मुर्मू भी शामिल रही।
उप विकास आयुक्त-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद,अभिजित सिन्हा ने जलवायु परिवर्तन की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए कार्यशाला की सराहना की और इससे संबंधित मुद्दों को अपने अगले जिला स्तरीय बैठक में नीति निर्माण के नजरिये से रखने का फैसला लिया। वहीं जॉयस बेसरा ने भी जलवायु परिवर्तन संबंधित अनुभवों को साझा किया।
उनके द्वारा कहा गया कि जलवायु परिवर्तन से प्रकृति में बदलाव के कारण आदिवासी जो मूलतः कृषक है,की आजीविका पर बहुत अधिक प्रभाव हुआ है। इस विषय पर हर गाँव में चर्चा होनी चाहिए ताकि स्थानीय लोगों की समस्याओं से अवगत हुआ जा सकें। ज्ञात हो कि इससे पहले विगत 01 जून को पहली बार जामा प्रखण्ड के चिगलपहाड़ी गाँव में कार्यशाला का आयोजन किया गया था ,जिसमें गाँव के मोड़े होड़ (पंच) के साथ पंचायत के मुखिया बिमला किस्कु सहित 70 से ज्यादा निवासी मौजूद हुए थे।
कार्यशाला का समापन समस्याओं के स्थानीय हल के लिए भविष्य की रणनीति के सुझावों के साथ हुआ ।

Author: Em Tv Live



